प्रेमी निकला महिला का कातिल, आरी से रेता था गला, किया चौंकाने वाला खुलासा

Prayagraj Radha Murder Case
प्रयागराज: Prayagraj Radha Murder Case: तीर्थराज प्रयागराज में हंडिया के बरौत इलाके में रहने वाली 35 साल की राधा यादव की होली के दिन हत्या कर दी गई थी. उसकी खून से लथपथ लाश उसके कमरे में मिली थी. पुलिस ने आरोपी राधा के प्रेमी संदीप को गिरफ्तार करके हत्याकांड का खुलासा किया है.
संदीप ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसके और राधा के बीच 4 साल से प्रेम संबंध था. उसका राधा के घर आना–जाना था. राधा बाद में उसे ब्लैकमेल करने लगी थी. आए दिन पैसे मांगती थी और कहती थी कि अपना परिवार छोड़कर मेरे साथ भाग चलो. इससे तंग आकर उसने उसकी गला रेतकर हत्या कर दी.
खोजी कुत्ते ने पुलिस को हत्यारोपी तक पहुंचाया: पुलिस ने संदीप कुमार निवासी ग्राम छिंडी थाना हंडिया का रहने वाला है. उसे एसओजी और सर्विलांस टीम ने 16 मार्च को हंडिया के बरौत टेला मार्ग से पकड़ा. अभियुक्त की निशानदेही पर घटना में प्रयोग किया गया लोहा काटने वाली 1 आरी व आरी के ब्लेड के 2 टुकड़े बरामद किए हैं. अभियुक्त की गिरफ्तारी में डॉग स्क्वॉड ने महत्वपूर्ण सुराग दिया.
खोजी कुत्ते ने राधा के घर से आरोपी की दुकान तक का रास्ता दिखाया था. संदीप की दुकान पर जाकर खोजी कुत्ता रुक गया था. पुलिस को शक होने पर दुकानदार के बारे में पता लगाया तो पता चला कि होली के दिन से दुकान बंद थी. शक होने पर और राधा के परिजनों के इनपुट के आधार पर संदीप को ट्रेस करना शुरू किया और वह रविवार की शाम को गिरफ्तार किया गया.
प्रेमी बोला, करती थी ब्लैकमेल: गिरफ्तार संदीप कुमार ने पुलिस को बताया कि बरौत में मेरी सब्जी की दुकान है. राधा देवी 8 साल से अपने पिता कड़ेदीन निवासी कस्बा बरौत के घर दोनों बच्चों के साथ रह रही थी. वह मेरी दुकान पर सब्जी लेने आया करती थी. 4 साल से उसकी और मेरी गहरी दोस्ती थी.
राधा के घर आना जाना हो गया था. हम दोनों एक-दूसरे से प्रेम करने लगे थे. होली के दिन 14 मार्च को रात में 10.30 बजे राधा ने फोन किया और मुझे अपने घर बुलाया. मैं नहीं पहुंच पाया तो उसने 11 बजे रात में दोबारा वाट्सएप कॉल की. घर आकर होली खेलने के लिए बुलाया.
थोड़ी ही देर बाद मैं उसके घर पहुंच गया. हम दोनों ने होली खेली. होली खेलने के बाद राधा कहने लगी कि मेरा परिवार तुम्हारी वजह से छूट गया है. अब तुम भी अपना परिवार छोड़ो और मेरे साथ रहो. हम दोनों कहीं बाहर चलकर रहेंगे. मैंने कहा कि मेरा परिवार है. बच्चे हैं उसे कैसे छोड़ सकता हूं.
इसी बात पर मेरी राधा से बहस होने लगी और मुझे लगा कि अब राधा मुझे मेरे परिवार से छुड़वा देगी. वह मुझ पर अपना परिवार छोड़कर साथ रहने के लिए दबाव डालने लगी. राधा मुझे ब्लैकमेल करके अक्सर पैसे भी मांगा करती थी. इससे मैं तंग आ चुका था.
अंदर ही अंदर घुट रहा था. इस वजह से मैंने राधा देवी को अपने रास्ते से हटाने की सोच से कमरे में रखे आरी के ब्लेड से राधा देवी का गला रेत दिया. जब लगा कि वह मर गई तो मैं उसकी डेड बॉडी छोड़कर वहां से फरार हो गया.